Exam Vs Pandemic…
Motivation – मैंने देखा है हमलोगों में से बहुत से लोग पूछ रहे हैं “UPSC CSE Pre,State PCS एग्जाम” देश में महामारी के चलते वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पोस्टपोन होंगे या नहीं??
सवाल बड़ा है और मेरे अनुसार कतई बेबुनियाद, बेतुका भी!
2 मिनट का मौन ऐसी महान जीवित जीवात्माओं के लिए रखते हैं फिर आगे बढ़ते हैं…
हां तो हे महानुभावों! सर्वप्रथम तो प्रणाम स्वीकार करिये और एक बात ये बताइए महामारी से जो लोग लड़ रहे हैं चाहे वो स्वयं संक्रमित व्यक्ति हो,परिवार में किसी को खोने वाले या पूरे परिवार को खो देने वाले,फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स बनकर सामने से परिस्थितियों से जूझते लोग विशेषकर डॉक्टर और श्मशान घाट में लगे लोग…
इन सबके सामने आप स्वस्थ हैं,आपके प्रियजन, मित्र सब स्वस्थ हैं,न नौकरी चले जाने कि चिंता है,न भविष्य अंधकार में डूबने की। आपको तो बस चुपचाप पढ़ना है न बाहर जाना नहीं है और अब तो किसी को भी कहीं नहीं जाना है भाई। फिर भी आपको मौके की तलाश है कि एग्जाम कब होगा,होगा कि नहीं होगा, होना चाहिए या नहीं होना चाहिए…
क्या है क्या ये! इस दिन के लिए इन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं लोग कि उनके तथाकथित भावी सिविल सेवक ऐसे हों जो जरा सी परिस्थितियां विपरीत हुई और लग गए आराम फरमाने बजाए किताब उठाकर पढ़ने के बोलिये इस दिन के लिए देश,प्रकृति अपने बहुमूल्य संसाधन खर्च करे आपके ऊपर????
नहीं न! तो फिर अपने लिए न सही,अपनों के लिए भी न सही कम से उनके लिए जो इस सब से सबसे ज्यादा नकारात्मक रूप से प्रभावित हुए हैं उनके लिए कम से कम अपने लक्ष्य और पढ़ाई से ईमानदार रहिए।
मैं नहीं कह रही सब गलत हैं,लेकिन सोचकर देखिए ये कैसा कुतर्क वाला तर्क है कि “परिस्थितियों की वजह से पढ़ाई नहीं हो पा रही”
शब्द कड़वे लग सकते हैं लेकिन सच्चाई ये है “इससे पहले कि आपके जीवन में क्षणिक परिस्थितियां हमेशा के लिए आपके जीवन को बदल दें उठिए लड़िये उन परिस्थितियों को बदलने का साहस दिखाइए”
कल क्या हो क्या नहीं किसी ने नहीं देखा,आज तो है न सामने वो भी स्वयं के नियंत्रण में… परीक्षा कब हो आगे बढ़े ये चिंता आयोग को करने दीजिए इससे आपको क्या,आपका मकसद तो बस पढ़ाई करना है न फिर ये महामारी, लॉकडाउन ये सब बहानेबाजी क्यों भाई और हां अगर संकट कि इस घड़ी में सच में देश की कोई सहायता करने कि इतनी प्रबल इच्छा है तो “अपना समय,ऊर्जा और संसाधन व्यर्थ मत जाने दो”!!
और हाँ दोबारा “पेपर पोस्टपोन होगा कि नहीं” ऐसा सवाल पूछने से पहले एक बार खुद को खुद की नज़र में शर्मिंदा जरूर करना!
अब भी वक़्त है सम्भल जाओ,गिरे नहीं हो फिर भी उठ जाओ!!
Special thanks ©Divya Tripathi (UPSC ASPIRANT)
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